Manipur Violence: मई के महीने में देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भड़की हिंसा की आग बुझने का नाम नहीं ले रही है. ताजा घटनाक्रम में मैतेई उग्रवादियों ने 4 लोगों को अगवा कर लिया जिसमें सैनिक के परिवार के तीन लोग भी शामिल हैं. ये घटना मंगलवार (07 नवंबर) को इंफाल पश्चिम जिले में घटी. इसके बाद हिंसा एक बार फिर फैल गई.
जैसे ही अपहरण की खबर फैली, हथियारों से लैस कुकी आतंकवादियों ने इंफाल पश्चिम और कांगपोकपी जिलों के साथ कांगचुप इलाके में लोगों के समूह पर गोलीबारी कर दी जिसमें दो पुलिसकर्मियों और एक महिला समेत सात लोग घायल हो गए.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले उग्रवादियों ने जिन 4 लोगों का अपहरण किया उसमें एक 65 साल का बुजुर्ग भी शामिल था. हालांकि इस बुजुर्ग को इन उग्रवादियों के चंगुल से छुड़ा लिया गया लेकिन बाकी 4 लोगों का पता नहीं चल सका. इन 4 लोगों ने दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं.
क्या कहना है पुलिस का?
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “पांच कुकी लोग चुराचांदपुर से कांगपोकपी (दोनों कुकी-प्रभुत्व वाले जिले) की यात्रा कर रहे थे लेकिन जब वे कांगपोकपी की सीमा पर इम्फाल पश्चिम (मैतेई बहुल जिला) में दाखिल हुए तो कथित तौर पर मेतेई लोगों के एक समूह ने उन्हें रोक लिया और उन पर हमला कर दिया. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने बाद में पांच में से एक बुजुर्ग व्यक्ति को बरामद कर लिया, जो घायल हो गया था, अन्य चार का कोई पता नहीं है.”
बाद में उस व्यक्ति की पहचान मंगलुन हाओकिप के रूप में हुई, जिसे मंगलवार शाम को नागालैंड के दीमापुर के एक अस्पताल में हवाई मार्ग से ले जाया गया. कांगपोकपी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एम प्रभाकर ने कहा, “हमारी टीमें अन्य चार को बचाने के लिए जमीन पर तलाशी कर रही हैं.” अगवा किए गए अन्य चार लोगों की पहचान नेंगकिम (60), नीलम (55), जॉन थांगजाम हाओकिप (25) और जामखोतांग (40) के रूप में की गई है.
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